बीमा कम्पनियां क्लेम देने को सबसे ज्यादा प्राथमिकता देती है क्योंकि उनकी विश्वसनीयता क्लेम के शीघ्र भुगतान से बनती है . लेकिन गलत डाक्यूमेंटेशन के कारण या सही कारणों से कुछ क्लेम रिजेक्ट करने पड़ते हैं . इंश्योरेंस समाधान आप को क्लेम डाक्यूमेंट्स सबमिट करने में मदद करती है जिससे आपको क्लेम मिलने में न हो.
इंश्योरेंस समाधान बीमा सम्बंधित शिकायतें जैसे क्लेम सेटलमेंट , लैप्स बीमा , धोखे से बेचना , फ्रॉड और एन आर आई सर्विस में डील करती है.
आज ही सम्पर्क करेंभारत में सन् 2001 में बीमा व्यवसाय प्राइवेट किया गया और आज 24 कम्पनी जीवन बीमा व्यवसाय में हैं . पिछले 20 सालों में व्यापार 16% वृद्धि से बढ़ रहा है. लेकिन जैसे जैसे व्यापार बढ़ा , साथ ही साथ अनेक प्रकार की मिस सेलिंग , फ्रॉड और भ्रामक वायदों के कारण समस्या भी बढ़ रही है . इस समस्या के कारण पब्लिक का विश्वास कम हो रहा है और पब्लिक का पैसा भी फंस रहा है. इन समस्याओं को रोकने के लिए रैगुलेटर आइ आर डी ए ने बहुत नियम बनाए हैं जैसे के वाई सी , थर्ड पार्टी पेमैंट, बेचने वालों के लिए नियम आदि. बीमा कम्पनी को भी शीघ्र शिकायत निवारण के लिए आचार संहिता दी गई है जिनका पालन जरूरी है. रैगुलेटर ने भी एक सैनटरलाइजड सिस्टम बनाया है जैसे आइ जी एम एस शिकायतों के रजिस्ट्रेशन के लिए और ओम्बुड्समैन निवारण के लिए. इंश्योरेंस समाधान एक प्राइवेट कोशिश है और आइ आर डी ए से रैगुलेटड नहीं है लेकिन कोशिश यही है कि आप की शिकायतों कि निवारण कर बीमा निवेश में पब्लिक का विश्वास बढ़े..