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क्लेम रिजेक्शन

बीमा आवश्यकता पड़ने पर क्लेम मिलने के लिए होता है . लेकिन क्लेम अप्लाई करने का तरीका होता है और गलत डाक्यूमेंटेशन के कारण क्लेम रिजेक्ट हो जाते हैं. इंश्योरेंस समाधान आपके क्लेम अप्लाई कराने और रिजेक्टेड क्लेम दिलाने में आपकी मदद करता है.यदि आप की समस्या लाइफ , हैल्थ या जनरल इंश्योरेंस के क्लेम से संबंधित है

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insurance claim rejection

क्या आपका केस अर्ली डैथ या मैडिकल क्लेम का है ?

क्या केस आत्म हत्या या सैल्फ इंजुरी का है ?

क्या आपका केस फैक्ट्स छिपाने से संबंधित है ?

क्या आपका केस आपकी आदतें जैसे धुम्रपान या बिमारी छुपाने से संबंधित है ?

क्या आपका केस क्लेम विलम्ब से जमा करने के कारण है ?

क्या आपका कैशलैस क्लेम रिजेक्ट हुआ है ?

क्या आपका क्लेम गलत डिस्चार्ज सर्टिफिकेट के कारण है ?

क्या आपका क्लेम रिजेक्शन पॉलिसी पोर्ट कराने के कारण है ?

क्या आपका क्लेम पॉलिसी की टर्म और कंडीशन बदलने के कारण रिजेक्ट हुआ है ?

शिकायत निवारण


life insurance complaints

जीवन बीमा में शिकायतें

भारत में सन् 2001 में बीमा व्यवसाय प्राइवेट किया गया और आज 24 कम्पनी जीवन बीमा व्यवसाय में हैं . पिछले 20 सालों में व्यापार 16% वृद्धि से बढ़ रहा है. लेकिन जैसे जैसे व्यापार बढ़ा , साथ ही साथ अनेक प्रकार की मिस सेलिंग , फ्रॉड और भ्रामक वायदों के कारण समस्या भी बढ़ रही है . इस समस्या के कारण पब्लिक का विश्वास कम हो रहा है और पब्लिक का पैसा भी फंस रहा है. इन समस्याओं को रोकने के लिए रैगुलेटर आइ आर डी ए ने बहुत नियम बनाए हैं जैसे के वाई सी , थर्ड पार्टी पेमैंट, बेचने वालों के लिए नियम आदि. बीमा कम्पनी को भी शीघ्र शिकायत निवारण के लिए आचार संहिता दी गई है जिनका पालन जरूरी है. रैगुलेटर ने भी एक सैनटरलाइजड सिस्टम बनाया है जैसे आइ जी एम एस शिकायतों के रजिस्ट्रेशन के लिए और ओम्बुड्समैन निवारण के लिए. इंश्योरेंस समाधान एक प्राइवेट कोशिश है और आइ आर डी ए से रैगुलेटड नहीं है लेकिन कोशिश यही है कि आप की शिकायतों कि निवारण कर बीमा निवेश में पब्लिक का विश्वास बढ़े..

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